Ruchira, Amritam Sanskritam - Summary in Hindi, Sanskrit Word Meaning | CBSE Extra Guide NCERT Textbook Solutions - अमृतं संस्कृतंम्

 

 Class 7 Sanskrit Textbook - Ruchira
Chapter 13, अमृतं संस्कृतंम् (Amritam Sanskritam)

Meaning of Sanskrit Words in Hindi (शब्दार्थ)
Ruchira, Amritam Sanskritam - Summary in Hindi, Sanskrit Word Meaning | CBSE Extra Guide NCERT Textbook Solutions - अमृतं संस्कृतंम्

विश्वस्य = संसार की।  इयम् = यह।  उक्तम् = कहा है।  निधिः = खजाना।  द्वे = दो।प्रतिष्ठे = प्रतिष्ठा।  विचार्य = विचार करके।  अनुपमम् = अतुलनीय।  वाङ्मयम् = साहित्य।  यानि = जो।  खगोलविज्ञानम् = अंतरिक्ष विज्ञान।  सूक्तयः = सुन्दर वचन।  अभ्यूदयाय = उन्नति के लिए। वरिष्ठान् = अपने से बड़ों को।  कनिष्ठान् = अपने से छोटों को।  व्यवहर्तव्यम् = व्यवहार करना चाहिए।  सर्वकारस्य = सरकार का।सत्यमेव = सत्य के ही।  जयते = जीत होती है।  अश्नुते = प्राप्त करता है।  केचन = कुछ।  धारणा = विचार।  मतिः = बुद्धि। धृतिः = धैर्य। येन = जिससे। परिष्कारः = सुधार। समाविष्टाः =  समावेश है। सरसम् = रसयुक्त।  वचः = वचन।  एकतामूलकम् = एकता का मूल।  पोषकम् =  पोषण करने वाला। 

Summary in Hindi of Class 7 Sanskrit (Ruchira)
Chapter 13, Amritam Sanskritam in Hindi (अमृतं संस्कृतंम्)

विश्व के सभी भाषाओं में संस्कृत भाषा प्राचीनतम् भाषा है। बहुत सारे भाषाओं में इस भाषा को जननी मानी गई है। इसी भाषा में ही भाषाओं का ज्ञान - विज्ञान का खजाना सुरक्षित है। कहा गया है कि - "भारत में दो प्रतिष्ठा है - एक है संस्कृत और दूसरा है संस्कृति।"

इसी भाषा को वैज्ञानिकता के विचार से कम्प्यूटर के विशेषज्ञ ने कहा कि संस्कृत ही कंप्यूटर के लिए सबसे सर्वोत्तम भाषा है। इस साहित्य में वेद, पुराण, नितिशास्त्र, चिकित्साशास्त्र समृद्ध है। कालिदास के जैसे विश्व कवियों का काव्य सौंदर्य अनुपम है। चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र जगत में प्रसिद्ध है। गणितशास्त्र में शून्य का प्रतिपादन सबसे पहले भास्कराचार्य सिद्धान्तशिरोमणौ ने किए थे। चिकित्सा में  चरक और सुश्रुत दोनों का योगदान है। संस्कृत अन्य शास्त्र भी विद्वान है, उनमें से खगोलविज्ञान, वास्तुशास्त्र, रसायनशास्त्र, ज्योतिषशास्त्र, विमानशास्त्र उल्लेखनीय है।   

7th NCERT Solutions in Sanskrit - Chapter 13 Exercise Questions

Question 1. उच्चारणं कुरुत- (उच्चारण करें)
बह्वीनाम्  -  सङ्गणकस्य 
चिकित्साशास्त्रम्  -  वैशिष्ट्यम्
भूगोलशास्त्रम्  -  वाङ्मये
विद्यमानाः  -  अर्थशास्त्रम्
उत्तरम् (Answer)विद्यार्थी इसका स्वयं उच्चारणं करें।

Question 2प्रश्नानाम् एकपदेन उत्तराणि लिखत- (प्रश्नों का एक पद में उत्तर लिखें)
(क) का भाषा प्राचीनतमा?
(ख) शून्यस्य प्रतिपादनं कः अकरोत्?
(ग) कौटिल्येन रचितं शास्त्रं किम्?
(घ) कस्याः भाषायाः काव्यसौन्दर्यम् अनुपमम्?
(ङ) काः अभ्युदयाय प्रेरयन्ति?
(च) भारतीयसंस्कृतेः रक्षणं केन सम्भवति ?
(छ) चाणक्येन रचितं शास्त्रं किम्?
उत्तरम् (Answer):

(क) संस्कृत भाषा। 
(ख) भास्कराचार्यः। 
(ग) अर्थशास्त्रम्। 
(घ) संस्कृतभाषायाः। 
(ङ) संस्कृते विद्दमानाः सूक्तयः। 
(च) संस्कृतेन। 
(छ)  अर्थशास्त्रम्। 

Question 3. प्रश्नानाम् उत्तराणि एकवाक्येन लिखत - (प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखें)
(क) सङ्णकस्य कृते सर्वोत्तमा भाषा का?
(ख) संस्कृतस्य वाङ्मयं कैः समृद्धमस्ति?
(ग) संस्कृत किं शिक्षयति?
(घ) अस्माभिः संस्कृतं किमर्थं पठनीयम्?
(ङ) भरतसर्वकारस्य राजचिन्हे किं लिखितम् अस्ति?
(च) संस्कृतस्य सूक्तयः केन रूपेण स्वीकृताः सन्ति?
उत्तरम् (Answer):

(क) सङ्णकस्य कृते सर्वोत्तमा भाषा संस्कृत अस्ति।
(ख) संस्कृतस्य वाङ्मयं वेदैः पुराणैः नीतिशास्त्रैः चिकित्साशास्त्रादिभिश्च समृद्धमस्ति।
(ग) संस्कृत सर्वभूतेशु आत्मवत् व्यवहारं कर्तुं संस्कृत शिक्षयति।
(घ) अस्माभिः संस्कृतं अवश्यमेव पठनीयम् येन मनुष्यस्य समाजस्य च परिष्कारः भवेत्।
(ङ) 'सत्यमेव जयते' इति भरतसर्वकारस्य राजचिन्हे किं लिखितम् अस्ति। 
(च) संस्कृतस्य सूक्तयः ध्येयवाक्यरूपेण स्वीकृताः सन्ति। 

Question 4. इकारान्त-स्त्रीलिङ्गशब्दरूपम् अधिकृत्य रिक्तस्थानानि पूरयत - (इकारान्त स्त्रीलिङ्ग शब्दरूप को लेकर रिक्तस्थानों की पूर्ति करें)

उत्तरम् (Answer):

गति (प्रथमा)

गति:

गती

गतय:

मति (प्रथमा)

मति:

मती

मतय:

बुद्धि (द्वितीया)

बुद्धिम्

बुद्धि

बुद्धी:

प्रीति (द्वितीया)

प्रीतिम्

प्रीती

प्रीती:

नीति (तृतीया)

नीत्या

नीतिभ्याम्

नीतिभि:

शान्ति (तृतीया)

शान्त्या

शान्तिभ्याम्

शान्तिभि:

मति (चतुर्थी)

मत्यै/मतये

मतिभ्याम्

मतिभय:

प्रकृति (चतुर्थी)

प्रकृत्यै/प्रकृतये

प्रकृतिभ्याम्

प्रकृतिभ्य:

कीर्ति (पञ्चमी)

कीर्त्या:/कीर्ते

कीर्तीभ्याम्

कीर्तिभ्य:

गीति (पञ्चमी)

गीत्या:/गीतेः

गीतिभ्याम्

गीतिभ्य:

सूक्ति (पष्ठी)

सूक्ते:/सूक्तया:

सूक्त्यो:

सूक्तीनाम्

कृति (षष्ठी)

कृते:/कृत्याः

कृत्यो:

कृतीनाम्

धृति (सप्तमी)

धृतौ/धृत्याम्

धृत्यो:

धृतिषु

भीति (सप्तमी)

भीतौ/भीत्याम्

भीत्यो:

भीतिषु

मति (सम्बोधन)

हे मते!

हे मती!

हे मतय:!


Question 5. रेखाङ्कितानि पदानि अधिकृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत - (रेखांकित पदों को लेकर प्रश्ननिर्माण करें) 
(क) संस्कृते ज्ञानविज्ञानयोः निधिः सुरक्षितोऽस्ति।
(ख) संस्कृतमेव सङ्गणकस्य कृते सर्वोत्तमा भाषा।
(ग) शल्यक्रियायाः वर्णनं संस्कृतसाहित्ये अस्ति।
(घ) वरिष्ठान् प्रति अस्माभिः प्रियं व्यवहर्त्तव्यम्।
उत्तरम् (Answer):

() संस्कृते ज्ञानविज्ञानयो: : सुरक्षितोऽस्ति?
(संस्कृतमेव कस्य कृते सर्वोत्तमा भाषा?
(शल्यक्रियायावर्णनं कस्मिन् अस्ति?
(कान् प्रति अस्माभिप्रियं व्यवहर्त्तव्यम्?

Question 6. उदाहरणानुसारं पदानां विभक्तिं वचनञ्च लिखत - (उदाहरण के अनुसार पदों की विभक्ति और वचन लिखें)

उत्तरम् (Answer):

पदानि 

विभक्तिः 

वचनम् 

गति

प्रथमा 

एकवचनम्

नीतिम्

द्वितीया

एकवचनम्

सूक्तय:

प्रथमा 

बहुवचनम्

शान्त्या

तृतीया

एकवचनम्

प्रीत्यै

 चतुर्थी

एकवचनम्

मतिषु

सप्तमी

बहुवचनम्


Question 7. यथायोग्यं संयोज्य लिखत - (यथायोग्य योग करके लिखो)

कौटिल्येन

अभ्युदयाय  प्रेरयन्ति।

चिकित्साशास्त्रे

ज्ञानविज्ञानपोषकम्।

शून्यस्य आविष्कर्ता

अर्थशास्त्रं रचितम्।

संस्कृतम्

चरकसुश्रुतयोः योगदानम्।

सूक्तयः

आर्यभटः।

उत्तरम् (Answer):

कौटिल्येन

अर्थशास्त्रं रचितम्।

चिकित्साशास्त्रे

चरकसुश्रुतयोः योगदानम्।

शून्यस्य आविष्कर्ता

आर्यभटः।

संस्कृतम्

ज्ञानविज्ञानपोषकम्।

सूक्तयः

अभ्युदयाय प्रेरयन्ति।


CBSE Guide | Solutions of extra questions from Lesson 
Amritam Sanskritam (अमृतं संस्कृतंम्) in Sanskrit
(अतिरिक्त अभ्यास)

Question. सन्धिविच्छेदः कर्त्तव्यः - (सन्धिविच्छेद करें)
(क) भाषास्ति 
(ख) यथोक्तम् 
(ग) सर्वोत्तमा 
(घ) यान्यन्यानि 
(ङ) सूक्तयः 
उत्तरम् (Answer):

(क) भाषा + अस्ति (दीर्घ) 
(ख) यथा + उक्तम् (गुण) 
(ग) सर्व + उत्तमा (गुण) 
(घ) यानि + अन्यानि (यण्
(ङ) सु + उक्तयः (दीर्घ) 

Question. विग्रहं कृत्वा समासनाम लिखत - (विग्रह करके समास का नाम लिखें)
(क) ज्ञानविज्ञानौ 
(ख) अनुपमम्
(ग) संस्कृतग्रन्थाः 
(घ) कालिदाससदृशः
(ङ) चरकसुश्रुतौ 
उत्तरम् (Answer):

(क) ज्ञानं च विज्ञानं च - ज्ञानविज्ञानौ (द्वन्द्व)
(ख) न उपमम् - अनुपमम् (ञ् तत्पुरूष)
(ग) संस्कृतस्य ग्रन्थाः - संस्कृतग्रन्थाः (प o तत्पुरूष)
(घ) कालिदासेन सदृशः - कालिदाससदृशः (तत्पुरूष)
(ङ) चरकश्च सुश्रुतश्च  - चरकसुश्रुतौ (द्वन्द्व) l 

Question. यथायोग्यं संयोज्य लिखत - (यथायोग्य योग करके लिखो)

दूरदर्शनस्य आदर्शवाक्यम्  

नभः स्पृशं दीप्तम् l  

चाणक्येन

योगक्षेमं वहाम्यहम् l

जीवनबीमानिगमस्य आदर्शवाक्यम् 

भास्कराचार्यः l   

शूनयस्य आविष्कर्ता

सत्यं शिवं सुन्दरम् l 

वायुसेनायाः आदर्शवाक्यम्

अर्थशास्त्रं रचितम्  l

उत्तरम् (Answer):

दूरदर्शनस्य आदर्शवाक्यम्  

सत्यं शिवं सुन्दरम् l 

चाणक्येन

अर्थशास्त्रं रचितम्  l

जीवनबीमानिगमस्य आदर्शवाक्यम् 

योगक्षेमं वहाम्यहम् l

शूनयस्य आविष्कर्ता

भास्कराचार्यः l

वायुसेनायाः आदर्शवाक्यम्

नभः स्पृशं दीप्तम् l

     



 




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